बालिका और उसकी शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए कुछ सुझाव :-
हेलो दोस्तों ,शिक्षा सभी के लिये अतिमहत्वपूर्ण है। हमारे देश में शिक्षा के मामले में लड़कियों की दशा सोचनीय है। जिसके लिए हमें स्वयं ही कदम उठाने होंगे। जिससे लड़कियों के हालात में सुधार आये। और लड़कियां भी अपने लिये कुछ कर पाएं।
बालिका शिक्षा
1. इसके लिये हमें अपनी सोच बदलनी पड़ेगी। हमारे देश में आज भी लड़के और लड़कियों की शिक्षा के विषय में भेदभाव किया जाता है। जहा लड़को को उच्च शिक्षा का अधिकार प्राप्त है ,वही लड़कियों के लिए लोगो में अलग धरणा व्याप्त है। लोगो का मानना है कि लड़कियों को ज्यादा पढ़ा -लिखा कर क्या करना है करना तो उन्हें घर का काम - काज ही है। कौन सा इन्हे नौकरी करनी है। गांव में लड़कियों की शिक्षा में ज्यादा विकास नहीं हो पाया है। परन्तु वक्त बदल रहा है। लड़कियों को भी लड़को के सामान शिक्षा के अवसर दिये जा रहे है। सरकार द्वारा अनेक योजनाए चलायी जा रही है। जिससे लड़कियां भी शिक्षा प्राप्त कर सकें।
2. सरकार लोगो में जागरूकता फैला रही है। कि लड़कियों को भी शिक्षा प्रदान की जाये। पुराने समय में और आज के समय में तुलना करें तो लड़कियों के हालात में काफी सुधार नजर आयेगा। लड़कियों की शिक्षा के लिए सरकार द्वारा नि:शुल्क शिक्षा की व्यवस्था की गयी है। आज की लड़किया घर और बाहर दोनों जगह संभाल रही हैं। लड़कियों को शिक्षा मिलेगी तो वो भी आत्मनिर्भर बनेगीं। बिना शिक्षा के मनुष्य पशु समान होता है। लड़की के शिक्षित होने पर उसकी सामाजिक और आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। आज के समय में लड़किया शिक्षा के मामले में लड़को से आगे निकल चुकी है। अगर लड़की शिक्षित होगी तो आगे चलकर वो नौकरी कर सकती है ,अपने बच्चों को पढ़ा सकती है , समय आने पर अपने परिवार की आर्थिक सहायता भी कर सकती है।
3. आज की लड़कियां बहुत आगे बढ़ चुकी है। जैसे - एयर स्पेस में कल्पना चावला व सुनीता विलियम्स और सेना के क्षेत्र में, विमानों के क्षेत्र में , पुलिस विभाग में , मिनिस्टर लेवल पर भी जैसे - सीता रमन , इंदिरा गाँधी , सुषमा स्वराज , इंदिरा लुइ अपने क्षेत्र में उच्च स्थान प्राप्त करके लड़कियों का नाम रोशन किया है। पहली बार हमारे देश की लड़की ने विमान (मिग ४७ ) उड़ाया है। जोकि काबिले तारीफ है और हमारे देश की लड़कियों के लिए गर्व की बात है हमारा मानना है कि लड़के व लड़की में कोई भेद भाव नहीं करना चाहिए। दोनों को स्कूल जाने व पढ़ने का समान अधिकार मिलना चाहिए। कहते है कि अगर एक लड़की शिक्षित होती है तो उसकी सात पीढ़ियां शिक्षित होती है।
4. आज समय कितना भी बदल गया हो परन्तु लड़किया आज भी कहीं भी जा कर शिक्षा प्राप्त करने के लिए नहीं जा पाती है ,क्योकि हमारा वातावरण सुरक्षित नहीं है। लड़किया बाहर सुरक्षित नहीं है लड़के कही भी बाहर जा कर पढ़ाई कर सकते है,परन्तु लड़कियां नहीं। लड़कियों के लिए सुरक्षित वातावरण की आवश्यकता है हमारे देश में महिलाओ की स्थति ज्यादा सुरक्षित नहीं है कोई भी बालिका किसी भी समय कहीं भी आ -जा नहीं सकती।
5. बालिकाओ में शिक्षा के प्रति रुझान तो बढ़ा ही है। साथ ही वो अच्छे अंकों से परीक्षा पास कर अपनी प्रतिभा का लोहा भी मनवा रही हैं। शिक्षा का उद्देश्य केवल जीविका चलाना ही नहीं है बल्कि लड़कियों की स्थिति को बेहतर बनाना भी है
6. शिक्षा मनुष्य का एक ऐसा आभूषण है जिसे पाने से मनुष्य गुणवान व संस्कारी बनता है। इसलिए शिक्षा सभी मनुष्य के जीवन का मूल आधार है। आज समाज में लड़कियों के प्रति लोगो का दृश्टिकोण बदला है
सरकार ने लड़कियों के लिए कुछ योजनाएं भी बनाई है जैसे -
१- महिला शिक्षा योजना
२ - इंदिरा महिला व बाल विकास योजना
३ - महिला बाल विकास योजना
४ - बालिकाओं के लिए बालिका विकास योजना। आदि योजनाएं सरकार द्वारा चलायी जा रही है।
हम हर साल ११ अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाते हैं।
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