Saturday, 18 August 2018

HUMAN RIGHTS KYA HAI


HUMAN RIGHTS (मानव अधिकार ) क्या है 



        हेलो फ्रेंड्स :-

   
                          आज हम जानेंगे कि ह्यूमन राइट्स क्या है। इसके क्या- क्या उपयोग है। यह हमारे लिए क्यों लाभदायक है तो आईये जानते है। कि हम मानवाधिकारों का कैसे उपयोग करें।

मानव अधिकार की परिभाषा :-  मानव अधिकार से अभिप्राय "मौलिक अधिकारों व स्वतंत्रता से है जिसके सभी मनुष्य हकदार है "


1 .  भारत में मानव अधिकारों की परिस्थिति कुछ ज्यादा अच्छी नहीं है। भारत एक लोकतांत्रिक गणराज्य है। भारत में मानव अधिकारों की परिस्थिति काफी जटिल है। अक्सर यह माना  जाता है की मानव अधिकार सिर्फ लोगो को उनका अधिकार को दिलाना है परन्तु ऐसा नहीं है। इसमें सभी को समान बताया गया है। कोई भेद -भाव व काले  गोरे या ऊंच -नीच को मान्यता नहीं दी  गयी है कोई दलित हो या फिर ऊँची जाती का किसी से कोई फर्क नहीं पड़ता।  यहाँ सब समान है।


2 .  मौलिक अधिकारों को इसलिए मौलिक अधिकार कहा गया है क्योंकि यह व्यक्ति के विकास के लिए अति आवश्यक है इसी कारन से इन्हे संविधान में शामिल किया गया है। जब कभी हमारे देश में आपात कालीन स्थिति आती है तब इसे हटा दिया जाता है व आपात कालीन स्थिति समाप्त होने पर फिर से लागु कर दिया जाता है

3 .  नागरिक अपने मौलिक अधिकारों की रक्षा हेतु न्यायालय व उच्च न्यायालय में अपील भी कर सकते है। भारत में राजनीतिक अधिकारों को व नागरिक अधिकारों को रेटिंग वाइज क्रमशः न 0 :2 ,व न 0 :3 दिया गया है।


4 .  यहाँ HUMAN RIGHTS संगठन का कर्तव्य होता है पीड़ितों की मदद करना। ह्यूमन राइट्स के संगठन समय -समय पर लोगो की मदद करने के लिए रोजगार आदि की व्यवस्था भी करते  है युवाओ की प्रतिभा को निखारने के लिए खेल जगत ,टेक्नोलॉजी , शिक्षा ,व मिडिया में भी अवसर प्रदान कराती है। ये संगठन फ्री कैम्प लगवाती रहती है जिससे कि लोगो का फ्री इलाज हो सके। संगठन लोगो को देश भक्ति की भावना को बढ़ावा देने के लिए युवाओ को प्रेरित भी करता है।

ह्यूमन राइट्स की शिक्षा के लिए सरकार ने human rights course उपलब्ध कराया है। यह एक पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम होता है यह दो साल का कोर्स होता है। इसमें career option काफी अच्छे है।


हमें उम्मीद है कि आपको हमारा आज का लेख पसंद आया होगा। धन्यवाद। 

Thursday, 2 August 2018

PROCESS & REQUIREMENT FOR GETTING EDUCATION LOAN

पढाई के लिए लोन कैसे ले 

हेलो दोस्तों ,
                  हम सभी यह चाहते है कि हम  विदेश जाकर पढाई करें व अपना नाम रोशन करें। पहले यह सब काफी मुश्किल होता था पर आज की तारिख में यह सब काफी आसान हो गया है हम अगर विदेश जाना afford नहीं कर सकते तो हम  बैंक से लोन ले सकते है और अपने सपने पूरे कर सकते है। तो दोस्तों जानते है कि हम बैंक  से लोन कैसे ले। 

बैंक से लोन इतनी आसानी से नहीं मिलता है। ज्यादातर सभी बैंक लोन देते है हमें बैंक से लोन लेने के लिए कुछ खास बातों का ध्यान रखना होता है जिससे हमें लोन जल्दी मिल जाये। एजुकेशन लोन लेने के लिए आपकी उम्र 16 -35 वर्ष की होनी चाहिए व आप एक भारतीय नागरिक हो तभी आपको लोन मिल सकता है। इसके अलावा आपने जिस इंस्टिट्यूट में एडमिशन लिया है वह बैंक की रिकग्नाइज्ड लिस्ट में होना चाहिए। इंस्टिट्यूट UGC से मान्यता प्राप्त होना चाहिए। स्टूडेंट का पढाई का रिकॉर्ड अच्छा होना चाहिए। पेरेंट्स का एक रेगुलर आमदनी का स्त्रोत होना चाहिए। क्योंकि बैंक लोन उसे ही देता है जिसकी लोन बापस करने की क्षमता हो। लोन लेने के लिए गारंटर की भी आवश्यकता होती है लोन लेने के लिए गारंटर होना बहुत जरूरी है। क्योंकि अगर आप लोन नहीं चुका  रहे है तो बैंक वाले गारंटर से पैसे वसूल करते है  


लोन को वापस देने  का भी समय निर्धारित होता है 

स्टूडेंट के माता -पिता वह लोन अगर नहीं चुका पाते है तो बैंक वह राशि आपसे वसूल करेगा।  जब आपका कोर्स पूरा हो जायेगा और आप जॉब करने लगेंगे उसके 6 महीने के बाद का समय दिया जाता है परन्तु स्टूडेंट के कोर्स को पुरे होने के बाद 15 -18 महीने का समय दिया जाता है। 

बैंक से लोन लेने के लिए आपको राशन कार्ड  ,बैंक पासबुक , विध्यार्थी व पेरेंट्स के पैन कार्ड व आधार कार्ड , दाखिला प्रमाण पत्र व वोटर आई डी देना होता है। 


यह लोन विद्यार्थियों  के लिए उन्हें सफल बनाने में मदद करता है। लोन लेकर पढ़ायी करने वाले छात्र पढाई ख़त्म होने के बाद जल्दी ही जॉब ढून्ढ लेते है ,क्योंकि वो जानते है कि उनकी पढाई ख़त्म हो चुकी है और अब उन्हें लोन चुकाना है। इसलिए वे जल्दी जिम्मेदार व कामयाव हो जाते है। 


दोस्तों ,मुझे उम्मीद है कि आपको हमारा आज का लेख पसंद आया होगा। आपका धन्यवाद।